Oct 4, 2011

आगाज़.

नया-नया है दिन सुहाना, नयी नयी आवाज़,
नयी-नयी हैं रहे मेरी, नया नया आगाज़.

 

4 comments:

  1. खूबसूरत आगाज़ लिखते रहें लिखना लिखने से आता है

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  2. हमारे आईआईएमसी में आनंद प्रधान कहते हैं कि पढना पढने से आता है, और यहां ये सर कह रहे हैं लिखना लिखने से आता है ... एक दिन आएगा जब वो कहेंगे कि लड़ना लड़ने से आता है। बेहतरीन पंक्तियां।

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